करारी हार के बाद जा सकती है अशोक गहलोत की CM की कुर्सी

करारी हार के बाद जा सकती है अशोक गहलोत की CM की कुर्सी

News Agency : लोकसभा चुनाव में शर्मनाक हार के बाद कांग्रेस पार्टी के भीतर बड़े बदलाव के आसार नजर आ रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हार के बाद शीर्ष नेताओं के खिलाफ खुलकर नाराजगी जाहिर की है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के दौरान राहुल गांधी ने कई नेताओं पर पार्टी से आगे अपने बेटों को आगे बढ़ाने का आरोप लगाया, जिसमे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शामिल हैं। यहां तक कि राहुल गांधी ने अशोक गहलोत से मिलने से भी इनकार कर दिया है।दरअसल सोमवार को अशोक गहलोत को सुबह eleven बजे राहुल गांधी से मिलने का समय दिया गया था, लेकिन सूत्रों की मानें तो राहुल गांधी ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया, साथ ही उन्हें कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल से मिलें। ना सिर्फ राहुल गांधी बल्कि राजस्थान में भी गहलोत के खिलाफ बगावती सुर सुनाई देने लगे हैं। प्रदेश के कई मंत्रियों और विधायकों ने मांग की है कि इस हार के बाद जवाबदेही तय होनी चाहिए। ऐसे में माना जा रहा है कि राजस्थान कांग्रेस में बड़ा बदलाव हो सकता है और मुमकिन है कि अशोक गहलोत की सीएम की कुर्सी भी जा सकती है।वहीं राहुल गांधी की नाराजगी पर गहलोत ने कहा कि राहुल कांग्रेस अध्यक्ष हैं, कैंपेन के दौरान किस नेता की कहां कमी रही, किस नेता के निर्णय में गलती हुई यह कहने का उन्हें पूरा अधिकार है। ऐसे वक्त में जब हार का पोस्टमार्टम हो रहा है तो स्वाभाविक है कि यह कांग्रेस अध्यक्ष को अधिकार है कि वह सबको कमियां बताएं, हम लोगों ने इस पर विचार-विमर्श किया है।बता दें कि कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को पार्टी ने मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा सीट से मैदान में उतारा था। मध्य प्रदेश से नकुलनाथ इकलौते कांग्रेसी नेता हैं जिन्होंने जीत हासिल की है। दूसरी ओर राज्थान में पार्टी ने जोधपुर की लोकसभा सीट से सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को मैदान में उतारा था जो कि भाजपा उम्मीदवार व केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से बड़े अंतर से चुनाव हार गए थे। इसके कांग्रेस वर्किंग कमेटी में राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री के बेटों को टिकट देने पर नाराजगी जाताई थी।सूत्रों की मानें तो सोमवार को राहुल गांधी ने वेणुगोपाल और अहमद पटेल से मुलाकात की थी। गौर करने वाली बात है कि राहुल गांधी ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी में अपने अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी, जिसे एक सुर में तमाम नेताओं ने अस्वीकार कर दिया है। लेकिन राहुल गांधी अपने इस्तीफे पर टिके हुए हैं और उन्होंने पार्टी के नेताओं से विकल्प तलाशने को कहा है। लेकिन बावजूद इसके तमाम शीर्ष नेता राहुल गांधी को मनाने में जुटे हुए हैं।

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